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पेट में गैस का इलाज
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एसिडिटी एक आम बीमारी है । हमारे गलत खनपान के कारण ..ये समस्या होती है । ज्यादा तला भुना खाने से ये समस्या हो सकती है ।इसमें पेट मे जलन महसूस होती है ।इसके लिए कुछ औषधि आयुर्वेद में है जिसके द्वारा हम एसिडिटी को दूर कर सकते है । क्या आपको बार बार पाद आने की शिकायत है? क्या आपके पेट में गैस का गोला है जो निकलने का नाम नहीं ले रहा? क्या आप पेट में ज्यादा गैस और भारीपन से परेशान हैं? यदि हाँ तो आप बिलकुल सही जगह पर है| हम जानते हैं पेट में जरुरत से ज्यादा गैस होना आपको परेशानी और शर्मिंदगी दे सकता है खास कर जब आप किसी मीटिंग में हो या क्लास में या फिर किसी खास के साथ| ज्यादा गैस बनना एक बहुत ही साधारण सी समस्या है जो कई कारणों से हो सकती है| दिन में 10 से 12 बार गैस pass करना आम बात है लेकिन इससे ज्यादा बार होने का मतलब है की आपके पेट में कुछ गड़बड़ी हो रही है जिसके कारण जरुरत से ज्यादा गैस बन रही है| पेट में गैस के घरेलु इलाज और उपचार के बारे में जानने से पहले चलिए जान लेते हैं की पेट में इतनी गैस क्यों बनती है मतलब गैस बनने के मुख्य कारण क्या है और इसके कारण आपको किन लक्षणों का सामना करना पड़ता है|
अम्लपित्त रोग में क्या खाएँ – अम्लपित्त रोगी को मिश्री, आँवला, गुलकंद, मुनक्का आदि मधुर द्रव्यों का प्रयोग करना चाहिए। बथुआ, चौलाई, लौकी, करेला, धनिया, अनार, केला, दही एवं छाछ, आदि शाक व फलों का प्रयोग करें।
अम्लपित्त रोग में क्या न खाएँ – नए धान्य, अधिक मिर्च-मसालों वाले खाद्य पदार्थ, मछली, माँसाहार, मदिरापान, गरिष्ट भोजन, गर्म चाय-कॉफी, साथ ही तुवर दाल एवं उड़द दाल का प्रयोग कदापि न करें।