घरेलु उपाय
भुमि, मकान व वास्तुदोष हेतु सरल उपाय
भाग (2)
bhumi bhawan vastu dosh-bhumi dosh in astrology
वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति की इच्छा होती है कि उसका स्वयं का मकान हो, जमीन हो, परन्तु पचास प्रतिशत से अधिक लोग ये सब कुछ होते हुए भी सुखी नहीं हैं और उन्हें ऐसा लगता है कि कुछ न कुछ कमी है अथवा उन्हे मानसिक शान्ति नहीं मिलती।
अनेक बार बहुत छोटी-छोटी बातें जिन्हें हम नजर अंदाज कर देते हैं, के कारण भी हमारी मानसिक परेशानियाँ समाप्त नहीं होतीं। उन चीजों को ध्यान रखना अनिवार्य है जैसे-
1. घर में झाडू को आदरपूर्वक साफ-सफाई के बाद ऐसे निश्चित स्थान में रखें कि किसी आने जाने वाले को दिखाई न दे। bhumi-bhawan-vastu
2. कभी दो या तीन झाड़ू एक साथ न रखें।
3. घर के मुख्य द्वार के भीतर पायदान रखें। हो सकें तो काले रंग का पायदान रखें।
4. घर के जूतों-चप्पलों के लिए एक निश्चित स्थान बनाएँ । हो सके तो एक अल्मारीनुमा स्थान बनाएँ जहाँ सभी जूते चप्पलें रखें और दरवाजा बंद कर दें अर्थात जूते-चप्पले बिखरे हुए दिखाई न दें।
5. घर के शौचालय में एक थैली में नमक डालकर रखें।
6. स्नान घर में अथवा घर में कहीं भी नल से पानी न टपके और साथ ही बाल्टियाँ व पाईप आदि बिखरे हुए न हों।
7. भोजन करने के पश्चात रात्रि में कोई बर्तन बिना धोए न छोड़े।
8. घर में जहाँ मटकी और पीने का पानी रखा है वहाँ जूते-चप्पल न ले जाएँ और प्रतिदिन उस स्थान को साफ-सुथरा रखें।
9. घर के पूजा घर में कभी दो शिवलिंग और तीन गणेश मुर्ति न रखें।
10. यदि घर में कोई मूर्ति या शिवलिंग लाते हैं तो याद रखें अँगुठे के आकार से बड़ी मूर्ति न हो। साथ ही खोखली और खंडित न हो।
11. घर के मुख्य द्वार के ठीक सामने कोई पेड़ न हो। पीपल को पेड़ तो होना ही नहीं चाहिए, परन्तु न चाहते हुए भी घर के द्वार के सामने पीपल का पेड़ हो तो रोज सुबह उसे जल से सींचें और तीन फेरी लगाएँ, स्पर्श न करें। रविवार को जल न चढाएँ, शाम को सरसों के तेल का दीपक करें और मन में भगवान विष्णु से प्रार्थना करें कि आपका घर परिवार सदा सुखमय रहे तो निश्चित रूप से अच्छे फल प्राप्त होने लगेंगे। bhumi-bhawan-vastu