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पौधों की देखभाल
पौधों को कीड़ो से बचाने के लिए घर के लॉन में उगे हुए जहरीले पौधें, झड़े हुए सुखे पत्तों और सुखी टहनियों आदि को जलाकर धुआं करें। कीड़े भी मर जाएंगे और राख भी प्राप्त होगी। podho-ki-jankari
बगीचे की खासकर रास्ते के बीच में उगी घास-पतवार को हटाने का सबसे अच्छा उपाय यह है कि हर रोज वहां पर गर्म पानी डालें, कुछ दिनों में सारी घास-पात खत्म हो जाएगी।
अपने गुलाब की क्यारियों में कीटनाशक दवा का छिड़काव करते समय बोतल में कुछ बूंदें साबुन के घोल की मिला लीजिए, इससे स्प्रे करते समय दवा फुलों और पत्तियों की सतह पर चिपक जाएगी, नहीं तो सारी दवा इधर-उधर बिखरकर जमीन पर गिर जाती हैं।
घर के अंदर रखें पौधों में महीने मे एक बार जिलेटिन पाउडर डालिए, वो मुरझाएंगे नहीं। गमले में मिटटी भरते समय नाखूनों में साबुन भर लें, नाखून आसनी से साफ हो जाएंगे।
पौधों को एक स्थान से दूसरे स्थान दूसरे स्थान पर ले जाते समय फूल-पौधों की कलम को पॉलिथिन की थैली में रखें। पहले थैली में फुंक मारकर हवा भर दें फिर उसका मुंह बंद कर दें। थैली में हवा की नमी की वजह से कलम या पौधा सूखेगा नहीं।
पौधें की गांठों को नायलॉन के मौजों में रखे, उन्हें हवा और रोशनी पर्याप्त मा़त्रा में मिलती रहेगी।
फुलों को तोड़ने के एकदम बाद उन्हें उल्टा पकड़े, फूल की डंडी को ठीक-ठाक करने के बाद उन्हें आधे घंटे तक पानी में रखें। फिर किसी पॉलिथीन में लपेटकर थोड़ी देर के लिए उन्हें फ्रिज में रख दें। उसके बाद उन्हें फ्लॉवरपॉट में लगाएं।
तोड़ने पर जिन टहनियों में से पानी निकलता है, उनके कटे हिस्से को रेत या जमीन में गाड़ देना चाहिए, उबलते पानी में भी इन टहनियों को रखकर उस पानी को निकलने से रोका जा सकता है।
गुलाब और लार्कास्पर आदि की टहनियों को बीच में से एक इंच चिरकर पानी में रखें।
बहुत कोमल फूलों की टहनियों को कागज में लपेटकर एक इंच तक गुनगुने पानी में दो-तीन मिनट डुबोकर ठंडे पानी में रखें।
फूल सुखाने से पूर्व उन्हे कम-से-कम एक घंटे तक ठंडे पानी में रखें व एक-दो बार टहनियों को काटें। इससे उसमें हवा बंद हो जाती है, पानी टहनी के ऊपर चढ़कर फूल तक नहीं पहुंच पाता और फुल मुरझा जाता है।
यदि फूलों को पिन होल्डर की सहायता से सजाना है, तो टहनी सीधी काटनी चाहिए। अगर पिन होल्डर में नहीं सजाना है, तो उसे तिरछी ही काटें।
फूलों के साथ सजाने के पत्तों व फर्न आदि को एक घंटे से अधिक देरी तक ठंडे पानी में डूबे रहने दें।
जिस गुलदान में फूलों को सजाना हो, उसे व पिन होल्डर को अच्छी तरह साफ अवश्य कर लें। फूलदान को प्रतिदिन गुनगुने पानी से भरें, फूल अधिक दिन चलेंगे।
शक्कर व नमक प्रतिदिन पानी में मिलाएं।
तांबे के गुलदान में फूल अधिक दिन तक ताजा रहंगे।
पानी में हवा के बुलबुले न बनने दें। इससे हवा डंडी के सिरे में पहुंच जाती है, जो फूलों को पानी नहीं लेने देती।
पुराने हेयर रोलर एक साथ बांधकर फुलदान में रख दें, उनमें फूल लगाएं, अच्छा पिन होल्डर रहेगा। podho-ki-jankari