सौंफ के फायदे
आमतौर पर लोग मुख का जायका बनाने के लिए अथवा खुशबू के लिए सौंफ चबाते हैं किन्तु इसके अलावा सौंफ कई औषधीय गुणों से युक्त हैं।
पेट का भारीपन नींबू के रस में मिलाकर भींगी हुई सौंफ को भोजन के बाद खाने से पेट का भारीपन दूर होता है। सौंफ घी में भूनकर पीस लें, उसमें थोड़ी चीनी मिला दें। इस चूर्ण को सुबह शाम खाने से लूस मोशन्स ठीक हो जाते हैं। saunf-ke-fayde
पेट में कब्ज की शिकायत होतो रात में सोते समय सौंफ का चुर्ण गुनगुने पानी के साथ इस्तेमाल करें । कब्जियत दूर होगी।
हाथ पैर में यदि किसी कारण से जलन हो रही है तो सौंफ के बराबर धनिया मिलाकर कूट लें। तत्पश्चात छानकर मिश्री मिलाकर सेवन करें। कुछ ही दिनों में हाथों पैरों की जलन ठीक हो जायेगी।
भोजन के पश्चात गर्भिणी स्त्री सौंफ चबाये तो पैदा होने वाली संतान गौर वर्ण की होगी।
सौंफ चूर्ण आधा चम्मच, पांच बड़ी इलाइची एक कप पानी में उबालें, आधा रहने पर छान लें और इसमें दूध मिलाकर उबालें। इस दूध का सेवन बच्चे/बड़े सभी कर सकते हैं। इससे पाचन शक्ति बढ़ती है और पेट को बहुत लाभ होता है।
पेट दर्द करे तो भुनी हुई सौंफ चबाने से शीघ्र ही लाभ होता है।
सौंफ के चूर्ण को गुलकन्द के साथ लेने से भी गर्भपात की शिकायत दूर हो जाती है। जिन स्त्रियों को स्तनों में दूध कम बनता हो उन्हें सौंफ, सफेद जीरा, मिश्री समभाग चूर्ण बना कर एक-एक चम्मच पानी के साथ या दूध के साथ लेने से लाभ होता है।
सौंफ और सांठ को घी में भूनकर चूर्ण बना लें और 5-5 ग्राम चूर्ण शीतल जल के साथ सुबह शाम प्रयोग करें।
बच्चों को पानी में सौंफ उबालकर पिलाने से पतले दस्त आनी बंद हो जाती है। छोटे बच्चों को किसी भी रूप में सौंफ, सौंफ अर्क, सौंफ को उबालकर पानी देने से कोई हानि नहीं होती अपितु बच्चा स्वस्थ रहता है और उसकी कमजोरी दूर होती है। अफारा आदि में भी लाभ होता है। saunf-ke-fayde